हमारे बारे में
नमस्कार दोस्तों आपने एक कविता की कुछ पंक्तियों को जरूर पढ़ा होगा ,जोकि कुछ इस तरह से हैं –
लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती ;
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
इन पंक्तियों का मेरे जीवन में बहुत ही ज्यादा महत्व है। हमारे जीवन मे उतार-चढ़ाव ,सुख-दुख तो आते रहते हैं लेकिन ये पंक्तियाँ आपको हमेशा motivate करती रहेंगी।
Prayas Fact क्या है?
Prayas Fact पूर्ण रूप से एक हिन्दी ब्लॉग है जिसका उद्देश्य हिन्दी मे जानकारी देना है। यहाँ पर आपको टेक्नोलोजी, बिज़नस आइडिया, प्रतियोगी परीक्षा, बायोग्राफ़ि, पौराणिक कथाएँ और ढेर सारी जानकारी मिलेगी। इस ब्लॉग को स्टुडेन्ट को केंद्र में रखकर बनाया गया है इसमे स्टूडेंट्स को प्रतियोगी परीक्षाओं से संबन्धित सभी study material आसानी से मिल जाएगा। यह ब्लॉग में पारदर्शिता के उच्च मानको को ध्यान में रखकर सभी आर्टिक्ल लिखे जाते हैं हमारी यही कोशिश रहती है कि हमारे पाठकों को पर्याप्त जानकारी मिल सके। अगर आप भी हमे कोई सुझाव देना चाहते हैं तो हमे कमेंट के माध्यम से दे सकते हैं।
मेरा परिचय (My Introduction)
मेरा नाम अमन शुक्ल है ,मैं उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जिले का निवासी हूँ। मैं एक student हूँ और अभी ग्रेजुएशन कर रहा हूँ। मैं शुरुवात से ही हिन्दी माध्यम का छात्र रहा हूँ यही कारण है कि मैंने इस ब्लॉग को हिन्दी मे शुरू किया। जब मैं हाइ स्कूल में था तभी से मुझे कवितायें और कहानियाँ लिखने का चस्का लगा ,तभी से कहानियाँ लिखना तो मेरी hobby ही बन गयी। जब मैं graduation करने लगा तो मुझे इस बीच काफी समय मिल जाता था इसीलिए मैंने इस ब्लॉग (prayasfact.in) की शुरुवात की।
इस ब्लॉग को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य |
जैसा कि मैंने अभी आपको बताया कि मैं अभी एक student हूँ ऐसे में हर एक student को कुछ ऐसी जानकारी चाहिए होती हैं जोकि उसके exams में हेल्प कर सके, लेकिन students को ये सारी जानकारी किसी एक स्थान पर उपलब्ध नहीं होती हैं इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए मैंने इस ब्लॉग को स्टार्ट किया जिसमे students को उनके मतलब कि सभी जानकारी एक ही स्थान पर मिल सके। इस ब्लॉग के होम पेज पर आपको साइड में मैन्यू का ऑप्शन दिखेगा जिस पर क्लिक करने पर आपको कई सारी कैटेगरी मिलेगी जैसे कि [ Business Ideas, Exam, बायोग्राफ़ि, कविता और कहानी ,हिन्दी लेख ,अन्य ] इन कैटेगरी में जाने पर आपको उससे संबन्धित सभी articles आसानी से मिल जाएंगे । अगर हमारे इस ब्लॉग से किसी एक भी स्टूडेंट को हेल्प होती है तो हमे लगेगा कि हमारा यह ब्लॉग बनाना सार्थक हो गया ।
हिन्दी में ही क्यों? (Why in Hindi?)
ब्लॉग की शुरुवात के बाद से ही लोगों का एक सवाल रहा है कि मैंने इस ब्लॉग को हिन्दी भाषा में ही क्यूँ शुरू किया? तो इस प्रश्न के कई उत्तर हैं पहला तो ये है कि मेरी मातृ भाषा हिन्दी है जिसकी वजह से मुझे हिन्दी से बहुत जादा लगाव है ,और दूसरी बात ये है कि मैंने इंटरनेट पर देखा तो पता चला कि हिन्दी माध्यम के छात्रों के लिए पर्याप्त अध्ययन सामग्री उपलब्ध नहीं है और इसी कारण मैंने अपने ब्लॉग को हिन्दी में लिखा, जिससे कि सभी छात्रों को इसका पर्याप्त लाभ मिल सके।
ब्लॉग शुरू करने का आइडिया कहाँ से आया?
हाई स्कूल की परीक्षा पास करने के बाद जब मैं इंटर में पहुंचा तो मेरे मन में अपने कैरियर को लेकर, अपने विषयों को लेकर और कई अलग अलग सवाल थे। मैं इन सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करता लेकिन इनके सटीक जवाब मुझे नहीं मिलते। इंटर की परीक्षा पास करने के बाद मुझे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनी थी और साथ ही साथ graduation की पढ़ाई भी करनी थी। ऐसे ही एक दिन मेरे मन में विचार आया कि क्या मुझे अपनी परीक्षा से related अध्ययन सामग्री इंटरनेट पर मिलेगी , मैंने बहुत ढूंढा लेकिन जो भी मिलता या तो वो outdated होता या फिर इंग्लिश में होता।
इसे देखकर मैंने सोचा कि पूरे भारत में मेरे जैसे न जाने कितने लोग ऐसे होंगे जो पढ़ाई के साथ साथ अलग अलग गवर्नमेंट जॉब्स की तैयारी करना चाहते होंगे लेकिन उनके पास अच्छा स्टडी मटेरियलन होने के कारण उन्हे या तो कोई महँगा कोर्स खरीदना पड़ता होगा या फिर अन्य sources पर निर्भर रहना पड़ता होगा। इसी समस्या की खोज करते हुए मुझे इंटरनेट पर एक आर्टिक्ल मिला और वहीं से मुझे इस ब्लॉग को शुरू करने की इन्सपिरेशन मिली। अगर आप लोगों का इसी तरह सहयोग मिला तो इस ब्लॉग पर exams के mock टेस्ट भी जोड़ने की कोशिश करेंगे।
अन्त में |
मुझे लगता है कि किसी भी व्यक्ति को जीवन में हर समय कुछ सीखते रहना चाहिए, आजकल के सोशल मीडिया के जमाने में आदमी अपनी सीखने कि प्रवृत्ति को भूलता जा रहा है लेकिन फिर भी ऐसे लोग हैं जो सीखना चाहते हैं। एक बात को आपको हमेशा याद रखनी चाहिए कि अभी के समय में कोंपटीशन बहुत जादा है तो आपको हमेशा अपनी नॉलेज को बढ़ाते रहना है। इसी के साथ अन्त में मैं यही कहना चाहूँगा कि-
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है,
अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
यहाँ से चले हैं नई मंजिल के लिए,
यह तो एक पन्ना था अभी तो पूरी किताब बाकी है।
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इस लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद!